बाघल टुडे (ब्यूरो):- बागियों के लिए दरवाजे खोलते ही भाजपा के खेमे में खलबली मच गई है। कुटलैहड़ में पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर, गगरेट से पूर्व विधायक राजेश ठाकुर, नालागढ़ से लखविंदर राणा सुजानपुर से पूर्व प्रत्याशी रणजीत सिंह राणा, लाहुल से पूर्व मंत्री रामलाल मार्कंडेय की अनदेखी से नाराजगी का लावा फूटा है। मार्कंडेय पहले ही भाजपा मंडल के साथ इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में मार्कंडेय के साथ ही भाजपा का दामन छोडऩे वालों की तादाद आने वाले दिनों में बढ़ सकती है। मंगलवार को देवेंद्र भुट्टो को लेकर हुए कार्यक्रम में जयराम ठाकुर की उपस्थिति के बावजूद वीरेंद्र कंवर और उनके समर्थक पदाधिकारियों ने अनुपस्थित रहकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है। जयराम ठाकुर मंगलवार को देवेंद्र भुट्टो के साथ कुटलैहड़ में थे, जबकि डा. राजीव बिंदल नालागढ़ भाजपा मंडल की बैठक में थे। यहां उन्हें लखविंदर राणा और उनके समर्थकों की नाराजगी का सामना करना पड़ा है। सबसे ज्यादा गुस्सा मार्कंडेय ने ही दिखाया है।
उन्होंने सभी समर्थकों के साथ इस्तीफा देकर आजाद लडऩे का ऐलान कर दिया है। यहां से कांग्रेस टिकट पर जीते और भाजपा के प्रत्याशी घोषित रवि ठाकुर को तो मंगलवार को शिमला में ही एनएसयूआई के गुस्से का शिकार होना पड़ा। यहां छात्र संगठन ने उनपर हमला करने की कोशिश की। हालांकि धर्मशाला और बड़सर में भी अंदरखाते भाजपा में बागियों को टिकट पर उबाल है। गगरेट में तो चैतन्य शर्मा को टिकट के विरुद्ध मंडल भाजपा के कई विंग अध्यक्षों ने इस्तीफे सौंप दिए हैं। भाजपा में हो रहे इस घटनाक्रम पर कांग्रेस अपनी नजरें बनाए हुए है।