बाघल टुडे (ब्यूरो):- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुविधा-सुरक्षा का आह्वान करते हुए बुधवार को कहा कि भारत की पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियां तनाव और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के समाधान प्रस्तुत करती हैं। मोदी ने यहां ‘वन अर्थ वन हैल्थ- एडवांटेज हैल्थकेयर इंडिया 2023’ के छठे संस्करण का उद्घाटन करते हुए कहा कि जब कोई वैश्विक महामारी नहीं थी, तब भी स्वास्थ्य के लिए भारत की दृष्टि सार्वभौमिक थी। भारत का लक्ष्य शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण है। सच्ची प्रगति जन-केंद्रित है और चिकित्सा विज्ञान में चाहे कितनी भी प्रगति हो जाए, अंतिम व्यक्ति तक पहुंच निश्चित होनी चाहिए। भारत का लक्ष्य न केवल अपने नागरिकों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए स्वास्थ्य सेवा को सुलभ और सस्ता बनाना है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि कैबिनेट ने 157 नई सरकारी नर्सिंग कालेज खोलने का फैसला किया है, जहां मेडिकल कालेज हैं, वहां दस करोड़ की लागत से नर्सिंग कालेज खोला जाएगा। देश में एक लाख छह हजार एमबीबीएस की सीट हैं और बीएससी नर्सिंग एक लाख 18 हजार है। उन्होंने कहा कि 1570 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है, साथ ही 24 महीने में नर्सिंग कॉलेज को मंजूरी दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि मेडिकल डिवाइस पॉलिसी को कैबिनेट की मंजूरी मिली है। इस पॉलिसी के तहत सभी मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री को आगे बढ़ाएंगे, एक व्यापक सिस्टम के तहत मेडिकल डिवाइस बनाया जाएगा ताकि दुनिया में मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री को बढ़ावा दे सके. दरअसल अभी कई मंत्रालय मेडिकल डिवाइस बनाने से जुड़े हैं, नई पॉलिसी के तहत व्यापक सिस्टम डेवलप होगा।