बाघल टुडे (अर्की):-अगर मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो किसी भी काम को बखूबी किया जा सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है अर्की उपमण्डल के गांव जखौली की युक्ता वर्मा ने। परिधान डिजाइन को एक सफल व्यवसाय के रूप में कार्य करने वाली युक्ता वर्मा घर बैठे ही हज़ारों रुपये कमा रही है। युक्ता वर्मा ने 12वी की शिक्षा के बाद इनएसटीआई शिमला से फैशन डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी (एफडीटी) कोर्स पूरा करने के बाद एक स्वरोजगार कार्यशाला में भाग लिया। जहां उन्होने आवश्यक व्यावसायिक कौशल सीखे। इस अनुभव ने उनके उद्यमशीलता के भाव को जगाया,जिससे वे घर से सिलाई का कार्य करने के लिए प्रेरित हुई। शुरुआती दौर में इन्हें 5 हज़ार रुपये प्रति माह आय हुई लेकिन आज यह अपनी कड़ी मेहनत व कुशल कारीगरी से 15 हज़ार रुपये प्रति माह कमा रही है। वर्तमान समय में यह शादी में पहने जाने वाले लहंगे के अलावा विभिन्न डिजाइनों के सलवार सूट बना रही है। बता दे कि इनके पिता प्रदीप वर्मा एक वेल्डर है,जबकि माता रीता वर्मा गृहणी के साथ साथ घर पर ही सिलाई का कार्य करती है। माता से ही इन्होंने सात साल की उम्र में सिलाई मशीन चलाना सीख लिया था। बचपन में चाची आशा वर्मा से प्रेरित होकर गुड़ियों के कपड़े डिजाइन करने का जुनून हासिल किया। युक्ता वर्मा ने कहा कि उनका बचपन से ही सपना था कि वह फैशन डिजाइन में अपना कैरियर बनाएगी। इसके लिए उन्होंने काफी मेहनत व कार्यकुशलता को लेकर छोटी छोटी बारीकियां सीखी। अभी भी उन्हें बहुत कुछ सीखना बाकी है। युक्ता ने कहा कि उन्हें इस काम के लिए परिवार की ओर से काफी सहयोग मिला है। वह चाहती है कि इस काम में उसे एक अच्छा मुकाम हासिल हो इसके लिए इसकी मेहनत जारी है।