बाघल टुडे (ब्यूरो):- प्रदेश सरकार ने राजीव गांधी राजकीय मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूलों के निर्माण को प्रक्रिया तेज कर दी है। प्रदेश के 18 विधानसभा क्षेत्रों में बनने वाले डे-बोर्डिंग स्कूलों को प्रशासनिक मंजूरी के बाद बजट की पहली किस्त जारी कर दी गई है। शिक्षा विभाग के अनुसार स्कूलों के निर्माण को पहली किस्त के रूप में डेढ़ करोड़ प्रति स्कूल के हिसाब से राशि जारी कर दी गई है। अब आगामी दिनों में जल्द ही प्रदेश के 18 राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों का निर्माण कार्य शुरू होगा। प्रदेश के इन 18 स्कूलों में बिलासपुर जिला में एक, हमीरपुर में चार, कांगड़ा जिला में आठ, किन्नौर में एक, शिमला में एक, सिरमौर में एक और ऊना जिला के दो स्कूलों के निर्माण को प्रशासनिक मंजूरी मिली है। इसके अलावा अन्य 50 स्कूलों के निर्माण को लेकर भी प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। स्कूल की जमीन से संबंधित औपचारिकताएं पूरी होने के बाद शेष 50 स्कूलों का निर्माण को भी बजट जारी होगा। गौर हो कि प्रदेश सरकार की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल बनाने की योजना है।
गौर हो कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में एक राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने की योजना बनाई है। प्रत्येक स्कूल का निर्माण करीब 50 बीघा भूमि पर होना है। इन स्कूलों में हाईटेक स्मार्ट क्लासरूम, खेल के मैदान, इनडोर स्टेडियम, स्विमिंग पूल, म्यूजिक रूम सहित अनेक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। राजीव गांधी राजकीय मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूलों का उद्देश्य छात्रों के लिए आधुनिक सुविधाएं देना, उनके व्यक्तित्व विकास को बढ़ावा देना और उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए बेहतर ढंग से तैयार करने के लिए आत्मविश्वास पैदा करना है। इन स्कूलों का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। वहीं डा. अमरजीत शर्मा, निदेशक, उच्चतर शिक्षा ने बताया कि विभाग ने प्रदेश में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल के निर्माण प्रक्रिया को तेज कर दिया है। प्रदेश के 18 विधानसभा क्षेत्रों में स्कूल निर्माण को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। इनके निर्माण के लिए बजट की पहली किस्त जारी कर दी गई है।
इन विधानसभा क्षेत्रों में प्रशासनिक स्वीकृति..
बिलासपुर में विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं, हमीरपुर में नादौन, बड़सर, भोरंज, सुजानपुर, कांगड़ा में जवाली, जसवां परागपुर, जयसिंहपुर, पालमपुर, नगरोटा बगवां, फतेहपुर, ज्वालामुखी और शाहपुर क्षेत्र शामिल हैं। किन्नौर में उरनी, शिमला में जुब्बल कोटखाई, ऊना में गगरेट व हरोली में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण को प्रशासनिक स्वीकृति मिली है।