बाघल टुडे (कुनिहार):- गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल कुनिहार में उद्भव कार्यक्रम के तहत द्वितीय वार्षिक खेल और सांस्कृतिक मिलन का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मेजर तरुना, वन एचपी एनसीसी गर्ल्स बटालियन सोलन ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथि के रूप में उनके साथ मुकुट सिंह यादव स्कूल के चेयरपर्सन सुनील गर्ग,स्कूल के निदेशक समीर गर्ग और अदिति गर्ग व डॉ. लखविंदर अरोड़ा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण और मुख्य अतिथि का परिचय देकर की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। टॉर्च सेरेमनी और मुख्य अतिथि द्वारा खेल प्रतियोगिता का उद्घोषण किया गया। राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रगान के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। नर्सरी के लिटिल चैंप्स ने खेल से जुड़ी फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में भाग लिया। कक्षा पहली के बच्चों ने तारे ज़मीन पर गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर सबका दिल जीत लिया।
खेल प्रतियोगिताओं में यूकेजी के बच्चों ने पुटिंग द बॉल्स इन द बास्केट खेल का प्रदर्शन किया। जबकि कक्षा दूसरी ने चेयर डांस प्रस्तुत किया। कक्षा छठी के बच्चों ने ज़ुम्बा और एरोबिक्स से ऊर्जा का संचार किया।
वहीं बच्चों के माता-पिता ने भी दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेकर जोश दिखाया। कक्षा तीसरी के बच्चों ने फ्लैग ड्रिल प्रस्तुत किया। इस बीच नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी के लिए पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित हुआ।
स्कूल प्रधानाचार्य वैशाली द्वारा विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट 2024-25 को प्रस्तुत करने के बाद, कक्षा पहली की रिले रेस और मार्शल आर्ट्स के कार्यक्रम हुए। कक्षा दूसरी ने हर्डल दौड़ और कक्षा सातवीं ने ड्रिबल एंड ड्रीम्स (बास्केटबॉल) का प्रदर्शन किया। चौथी और पांचवीं कक्षा ने नाटी लोकनृत्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में कक्षा पहली से तीसरी के छात्रों को उनकी उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत किया गया। इसके बाद मुख्य अतिथि मेजर तरुना ने प्रेरणादायक शब्दों से सभी को संबोधित किया और गुरुकुल विद्यालय की पढ़ाई,खेलकूद व अन्य गतिविधियों खूब प्रशंसा की।कार्यक्रम का समापन एलकेजी और यूकेजी के बच्चों की ‘बाय-बाय डांस’ और भांगड़ा प्रस्तुति के साथ हुआ।
विद्यालय निदेशक समीर गर्ग ने अपने संबोधन में मुख्यातिथि सहित सभी मेहमानो का कार्यक्रम में पहुंचने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल कुनिहार विद्यार्थियों की प्रतिभा को मंच देने और खेल एवं संस्कृति के माध्यम से उनके सर्वांगीण विकास का प्रतीक रहा है ।