बाघल टुडे (अर्की):- राजकीय उच्च विद्यालय लड़ोग के छात्रों और अध्यापकों ने मुख्याध्यापिका मनोरमा चड्ढा की अध्यक्षता में अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के उपलक्ष्य पर नशा निवारण की शपथ ली। विद्यालय की नवमी कक्षा की छात्रा प्रेरणा ने नशे के दुष्प्रभाव के बारे अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। मुख्याध्यापिका मनोरमा चड्ढा ने भी अपने वक्तव्य में छात्रों को बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासंघ ने 7 सितम्बर 1987 नशा निवारण दिवस को मानने का निर्णय लिया गया था। वहीं वर्ष 1989 में इसको 26 जून को मनाना शुरू किया गया। मुख्याध्यापिका ने बच्चों के माध्यम से अभिभावकों को नशे को जड़ मूल से खत्म करने के लिए जागरूक रहने का संदेश दिया। विद्यालय में नशे की रोकथाम को लेकर नुक्कड़ नाटक,पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता ,प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके साथ ही राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम में किशोर स्वास्थ्य परामर्श दाता- सुरक्षा परमार द्वारा किशोर स्वास्थ्य सम्बन्धी मुख्य छ:घटकों जैसे (1)पोषण,(2) मानसिक स्वास्थ्य(3) यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य(4)गैर संचारी रोग (एन सी डी) (5)नशा निवारण (6)लिंग आधरित हिंसा इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए नशे के दुष्प्रभाव और नशे से बचने के लिए अनेक सुझाव दिए गए।विद्यालय में आज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आई हुई टीम ने सभी बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जिसमें मुख्यत:बच्चों का Ht,Wt, Eyes,Hb ,Blood Group confirmation इत्यादि जांचा गया।उपरोक्त सभी कार्यक्रमों में विद्यालय के अध्यापक यशपाल वर्मा,सरोज कुमारी,पवन कुमार, भूपेन्द्र कुमार शास्त्री व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।