बाघल टुडे(अर्की):- अर्की तहसील के साऊग गांव की रहने वाली 53 वर्षीय सुनीता देवी रोज की तरह घास काटने रविवार को जंगल की ओर गई थी। पर उन्हें क्या पता था कि यह दिन उनके जीवन का अंतिम दिन साबित होगा। शील मंदिर के पास ढलानदार पहाड़ी पर घास काटते समय अचानक उसका पैर फिसल गया, जिससे वह गहरी ढांक से नीचे जा गिरी।
जानकारी के अनुसार सुनीता देवी अपने पति दीनानाथ के साथ घास काटने गई थी। दीनानाथ ने बताया कि उनकी पत्नी उनसे पहले ही घासनी में पहुँच गई थी और घास काटने लगी थी। कुछ देर बाद जब दीनानाथ वहां पहुंचे, तो सुनीता घास इकट्ठा कर रही थी।अचानक पैर फिसलने के कारण वह ढलान से नीचे पुरानी सड़क तक गिर गई। घबराए हुए दीनानाथ ने तुरंत अपने भाई और गांव के अन्य लोगों को बुलाया और सुनीता को 108 एम्बुलेंस की सहायता से अर्की अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही थाना अर्की की पुलिस टीम मौके पर पहुँची। पुलिस अधिकारी मुख्य आरक्षी बिन्दु ठाकुर और मुख्य आरक्षी मुकेश कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सुनीता देवी का शव पोस्टमॉर्टम के लिए अर्की अस्पताल के शवगृह में रखवाया। पुलिस ने सुनीता के पति और स्थानीय लोगों के बयान दर्ज किए। सभी के अनुसार यह एक दुर्घटना थी और इसमें किसी पर संदेह नहीं है।आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया। रासायनिक परीक्षण के लिए बिसरा एसएफएसएल जुन्गा भेजा जाएगा और रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस दुखद घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है। स्थानीय पंचायत उप प्रधान हीरा कौंडल व समस्त ग्रामीणों ने सुनीता देवी के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। प्रशासन द्वारा परिवार को फौरी राहत के तौर पर 25,000 रुपये की सहायता भी प्रदान की गई है।