बाघल टुडे (ब्यूरो):- सीएम सुक्खू ने कहा कि सदन में विपक्ष से जो बात पूछी गई, वे उसका जवाब नहीं दे रहे थे, बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष बार-बार सदन में खड़े हो रहे थे। विपक्षी नेता दुखी मन से बात को टाल रहे थे, विपक्ष न तो आपदा में सरकार के साथ खड़ा हुआ, न ही वाटर कमीशन के लिए। आज तो सदन में पहला दिन था, तो विपक्ष शांति से सदन चलने दे रहा है, लेकिन अगले दिनों में जैसे-जैसे इन पर ऊपर से दबाब पड़ेगा, ये वॉकआउट की प्रक्रिया को अपनाएंगे। हिमाचल प्रदेश सरकार की 14वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन धर्मशाला के तपोवन विस भवन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार को 2023-24 ने 6600 करोड़ की लिमिट दी है, जबकि भाजपा सरकार के समय में 14 हज़ार करोड़ की लिमिट दी थी, और वह अब हमसे पूछ रहे हैं।
भाजपा सदन में भी झूठ बोल रही है, और झूठ सच से बार-बार टकराता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विधान सभा का पहला दिन बहुत अच्छा गया है। आज रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र से प्रदेश विधानसभा को डिप्टी स्पीकर मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा की कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में जाने का अभी विचार विमर्श चल रहा है। सीएम ने कहा कि जिला कांगड़ा के इंदौरा कंदरोड़ी में पेप्सिको कारखाना लगाने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री बुधवार को कंदरौड़ी में पहुंचकर शिलान्यास करेंगे। इससे युवाओं को रोजगार मिल पाएगा। कोविड-19 वॉरियर के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने बिना नियम के ही इनकी नियुक्ति की थी। आने वाले समय में सरकार उनको एडजस्ट करनेे की रणनीति बनाने पर काम करेगी।