बाघल टुडे (अर्की):- प्रदेश सरकार ने सता में आते ही जिन शिक्षण संस्थानों को बंद करने का फैसला लिया था उसे लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। कॉलेजों के बाद अब प्रदेश सरकार ने जीरो एनरोलमेंट वाले 228 स्कूलों को बंद कर दिया है। इसमें प्राइमरी और मिडल स्कूलों की सूची शिक्षा सचिव अभिषेक जैन की ओर से जारी कर दी गई है। इसमें मिडल स्कूलों में हमीरपुर जिला में 2, कांगड़ा में 4, किन्नौर में 4, कुल्लु में एक, स्पीति में 3, मंडी में 12, शिमला के 29 और सोलन में 2 मिडल स्कूलों को बंद किया है। इसके साथ ही प्राइमरी स्कूलों में बिलासपुर के 9, चंबा के 13, हमीरपुर में 10, कांगड़ा के 48, किन्नौर के 9, कुल्लु के 11, स्पीति के 20, मंडी के 38, शिमला के 56, सिरमौर के 5, सोलन के 6 और ऊना में एक प्रामइरी स्कूल को बंद कर दिया गया है।
इसके बाद सरकार कम संख्या वाले स्कूलों को भी बंद करेगी। जिसमें प्राइमरी, मिडल, हाई स्कूल और सेकेंडरी स्कूल पर सरकार फैसला लेगी। प्रदेश सरकार का कहना है कि पूर्व भाजपा सरकार ने चुनावी वर्ष में राजनीतिक मंशा से ये स्कूल खोल दिए। लेकिन इन स्कूलों के लिए न तो बजट में कोई प्रावधान किया गया और न ही इन स्कूलों में एक भी एडमिशन हो पाई। इसी के चलते इन स्कूलों को अब बंद कर दिया गया है। वहीं कम संख्या वाले स्कूलों में बच्चों को साथ लगते स्कूलों में भेजा जाएगा वहीं स्टाफ को लेकर भी प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि स्टाफ को अन्य स्कूलों में जरुरत के हिसाब से शिफ्ट किया जाएगा। हालांकि पूर्व भाजपा सरकार कांग्रेस सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही है और इनका कहना है कि सरकार का ये फैसला सही नहीं है। इससे छात्रों का भविष्य में खतरे में पड़ गया है।