बाघल टूडे(ब्यूरो):- अक्सर सुनने को मिलता है कि एचआरटीसी के ड्राइवर व कंडक्टर ने किसी का पर्स तो किसी ने लाखों रुपए के गहने लौटाकर ईमानदारी की मिशाल पेश की है, जिसकी लोग भी काफी प्रशंसा करते हैं। हमीरपुर डिपो के ड्राइवर व कंडक्टर का ईमान इस बार नामी कंपनी के हजारों रुपए के गद्दों के आगे ढोल गया और दोनों गद्दों को लेने के लिए आपस में उलझ पड़े, जिसकी शिकायत अब डीडीएम हमीरपुर के पास पहुंच गई है। निगम ने भी इसमें जांच बिठा दी है। बता दें कि हमीरपुर डिपो की एक बस दिल्ली से हमीरपुर आ रही थी। इतने मेंं बस के ड्राइवर को बीच सडक़ में एक नामी कंपनी का सील बंद गद्दा लावारिस हालत में पड़ा हुआ मिला, जिसकी कीमत 65 से 70 हजार रुपए के बीच में बताई जा रही है। जहां पर गद्दों के अलावा और कोई नहीं था। ऐसे में ड्राइवर व कंडक्टर गद्दों को बस की छत्त पर डालकर हमीरपुर ले आए। बस जैसे ही हमीरपुर बस अड्डा पहुंची, तो ड्राइवर व कंडक्टर में गद्दों को लेने के लिए आपस में बहस शुरू हो गई।
इतने में बस ड्राइवर ने गद्दों को गाड़ी में डाल लिया, तो कंडक्टर ने भी गद्दों की टिकट काट दी और ड्राइवर से गद्दों का किराया मांगा, तो ड्राइवर ने किराया देने से मना कर दिया और गाड़ी लेकर घर चला गया। ऐसे में बस ड्राइवर व कंडक्टर की बहस की सूचना किसी ने निगम के डीडीएम को दे दी। निगम ने बस ड्राइवर को संबंधित गद्दों को जल्द से जल्द डिपो में जमा करवाने के निर्देश दिए हैं, ताकि वे कार्रवाई से बच सकें। निगम हमीरपुर के उपमंडलीय प्रबंधक विवेक लखनपाल ने बताया कि हमीरपुर डिपो की दिल्ली से हमीरपुर आ रही बस के ड्राइवर व कंडक्टर को एक नामी कंपनी का हजारों रुपए का सील बंद गद्दा बीच सडक़ पर पड़ा मिला था। दोनों ड्राइवर-कंडक्टर उसे बस की छत्त पर रखकर हमीरपुर ले आए, जहां पर गद्दे को लेकर दोनों में झगड़ा
हो गया।