बाघल टुडे (अर्की):- मुख्यालय अर्की से करीब 42 किलोमीटर दूर जघुन पंचायत के मटोग गांव की 32 वर्षीय शालू देवी के लिए यह जुलाई महीना दुःख भरे दिन लेकर आया । इस महीने की शुरुआत में जहां उसके पति धनपत की लंबी बीमारी के बाद स्वर्गवास हो गया,वहीं कुछ दिनों पहले हुई भारी बारिश ने उनके पुश्तैनी घर को भी रहने लायक नहीं छोड़ा। अब शालू को टीन की चद्दरों से बनाए हुए अस्थाई घर में मुश्किल की इस घड़ी में अपना जीवन यापन करना पड़ रहा है। शालू को एक ओर जहां अपने 37 वर्षीय पति धनपत के जाने का दुःख है, वहीं अपने तीन बच्चों के भविष्य की भी चिंता सताने लगी है । शालू का कहना है कि पिछली बरसात में उसका मकान बारिश के चलते गिर गया था,जो थोड़ा बहुत बचा था वह इस बरसात में पूरी तरह ढह गया । इसके साथ ही उसकी गौशाला भी इस भारी बरसात में गिर गई,अब उन्हें अपने पशुओं को छत नसीब करवाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनके पति करीब 2 साल से ब्रेन ट्यूमर की बीमारी से ग्रसित थे,जो भी पैसा उन्होंने जोड़कर रखा था वह उनकी बीमारी में लग गया,उसके बावजूद भी वह बीमारी को मात नहीं दे पाए व स्वर्गलोक सिधार गए । शालू ने कहा कि उसकी 2 बेटियां व एक बेटा है जिनके भविष्य की उसे चिंता सताने लगी है । उन्होने सरकार व प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है ।

इस बारे जघुन पंचायत की प्रधान अमिता का कहना है कि पंचायत की ओर से मटोग निवासी शालू देवी को मकान दिलवाने के लिए प्रस्ताव बनाकर बीडीओ कुनिहार व सीपीएस संजय अवस्थी को दिया गया है। उन्होने कहा कि वह शालू देवी को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए प्रयासरत है ।