बाघल टुडे (अर्की):- प्रदेश के पूर्व में 6 बार मुख्यमंत्री रहे व अर्की के पूर्व विधायक स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पुण्यतिथि पर ब्लॉक कांग्रेस अर्की उन्हें याद करना भूल गया। अर्की विधानसभा क्षेत्र से अपना आखिरी विधानसभा चुनाव लड़ने वाले स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की दूसरी पुण्यतिथि पर उन्हें संगठन द्वारा याद न करना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा । बता दे कि स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की दूसरी पुण्यतिथि को संकल्प दिवस के रूप में मनाने को लेकर प्रदेश कांग्रेस के महासचिव रजनीश किमटा द्वारा सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों को निर्देश दिए गए थे कि 8 जुलाई को स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की दूसरी पुण्यतिथि को संकल्प दिवस के रूप में मनाने के साथ साथ रक्तदान व स्वास्थ्य जांच शिविर,दिन दुखियों की सहायतार्थ जैसे कार्यक्रम आयोजित करे । ब्लॉक कांग्रेस अर्की ने प्रदेश कांग्रेस के ऐसे निर्देशों के बाद भी जहां स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पुण्यतिथि नहीं मनाई,वहीं उन्हें याद न करके प्रदेश निर्माण में किए गए उनके योगदान को भी भूला दिया । अर्की ब्लॉक कांग्रेस द्वारा संकल्प दिवस पर कार्यक्रम आयोजित न करवाना कहीं न कहीं प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी का असर अर्की में भी देखने को मिल रहा है । गौरतलब है कि अर्की से लगातार दो बार भाजपा के प्रत्याशी गोविंद राम शर्मा विधायक बने थे व वर्ष 2017 में तीसरी बार भी भाजपा रत्न सिंह पाल को अपना प्रत्याशी बनाकर हैट्रिक लगाने वाले थे,लेकिन अंतिम समय में शिमला ग्रामीण से अपना चुनाव क्षेत्र बदलकर तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अर्की से अपना चुनाव लड़ा व विजयी हासिल की थी । उनकी जीत से जहां भाजपा हैट्रिक लगाने से चुकी थी,वहीं कांग्रेस पार्टी को भी एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया था। वीरभद्र सिंह ने अर्की के विधायक के तौर पर कई विकासात्मक कार्यों को गति प्रदान की थी । अर्की से विधायक के कार्यकाल के दौरान ही बीमारी के चलते वीरभद्र सिंह का 8 जुलाई 2021 को निधन हो गया था। इसके बाद अर्की में उप चुनाव हुए व कांग्रेस के प्रत्याशी संजय अवस्थी विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे थे ।

इस बारे में जब ब्लॉक कांग्रेस अर्की के अध्यक्ष सतीश कश्यप से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था,जिस वजह से स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पुण्यतिथि नहीं मनाई गई ।